यह ब्लॉग मे हम आप को फिश फार्मिंग कि नई तकनीक ( बायोफ्लॉक ) के बारे मे जानकारी देने वाले है ।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए कह सकते है , की यह एक नया बिजनेस का पर्याय खुला है | सोशल मीडिया से, यु-ट्यूब चॅनल जैसे माध्यम ने इस बिजनेस पर ध्यान बटाया और बड़े पैमाने पर इस बिजनेस को महत्व आया है l फिश फार्मिंग ऐसा विषय है जो बड़े पैमाने में मुनाफा कमाने वाला बिजनेस हो सकता है l लेकीन फिश फार्मिंग करनी चाहिये क्या ? यह सवाल सामने आता है l आपकी भी इच्छा हो सकती है , बायोफ्लॉक करने की पर किसान भाइयों ने पूरी सावधानी के साथ यह बिजनेस करना चाहिये l इसके लिये फिश फार्मिंग करने के लिए क्या क्या चीजें मालूम चाहिये ? इसके बारे में चर्चा करने वाले है l यह चीजे जान लीजिये अगर आप इन चीजों का ज्ञान ले पाएंगे तो आप बायोफ्लॉक फिश फार्मिंग कर पाएंगे और मुनाफा कमा पायेंगे l यह बिजनेस मे किसीने लाखों कमाये इसके लिये करना चाहिये ये गलत है l आपको उसके बारे मे लगाव होना चाहिए तभी आपको इसके बारे में ज्ञान आएगा और आप फिश फार्मिंग में क्या दिक्कत आती है ये जान सकते है l आपको यह बिजनेस इसके लिये करना है की आपको ये फायदेमंद साबित हो l
बायोफ्लॉक फिश फार्मिंग क्या है ?
यह फिश फार्मिंग कि एक नयी तकनीक है l परंपरागत फिश फार्मिंग के लिये आपको बडी जगह चाहिये l बहोत सारा पानी चाहिये l उसके बाद फिश के रखरखाव के लिये बहुत सारा पैसा चाहिये l क्योंकि उनके खाने पर होने वाला खर्चा मेन खर्चा रहता है l बडे तालाब में फिश फार्मिंग करते हो तो अंदर क्या चल रहा है ये पता नही चलता l और पता भी चला तो आपके हात मे कुछ नही रहता l तो विदेश में क्या हुआ इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए बायो फ्लॉक फिश फार्मिंग की जाती है l
बायोफ्लॉक फिश फार्मिंग के फायदे : –
यह फिश फार्मिंग कम जगह मे किया जाता है l यह फार्मिंग कम पाणी है तो भी हो जाता है l इसमें कम मछलियां होने के कारण ज्यादा ख्याल रखा जा सकता है l आपको पता भी चलता है की कोई मछली बिमार पडती है तो उसे मेडिसिन देना या कुछ करना है l बायोफ्लॉक फिश फार्मिंग मेन कार्य यह है , की मछली के खाने के बाद गंदगी करती है उस गंदगी को प्रोबायोटेक मोलासीस केमिकल की मदद से फिश की गंदगी को ऐसा बनाना वह वापस मछली ही खाये l आपको जो मेन खर्चा है जो मछली के खाद का इस खर्चे को आप कंट्रोल कर सकते हो ये है बायो फ्लॉक फिश फार्मिंग के फायदे है l
बायोफ्लॉक फिश फार्मिंग के प्रॉब्लेम : –
बायो फ्लॉक फिश फार्मिंग के लिये कुशल मनुष्यबल की आवश्यकता रहती है l ऐसा नहीं हो सकता कोई भी आये और फिश फार्मिंग करे क्योकि इसमे केमिस्ट्री का समावेश है और केमिकल के बारे मे ज्ञान होना चाहिए l अगर छोटी सी जगह मे अमोनिया जैसे गैस बढ़ जाती है ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है तो आपके फिश मर जायेंगे बडे तालाब मे इस प्रक्रिया को होने के लिये समय लगता है l उस समय मे आप मेंटेन कर सकते हो l लेकीन बायो फ्लॉक फिश फार्मिंग मे ऐसा नही हो सकता इसमें ऐसा होता है दो घंटे के लिये ऑक्सीजन लेवल कम हुई और मछलियां मर गयी इसी कारण से इसमें सही इक्विपमेंट की आवश्यकता रहती है l ऐसा मनुष्यबल सदैव रहना चाहिए तो जो उसके ऊपर ध्यान दे l यह आपके पास है क्या ? यह सवाल आता है l अगर आपको केमिस्ट्री मालूम नही होता केमिकल ज्ञान नहीं होगा तो आप निर्णय नहीं ले पायेंगे तो मै आपको बताना चाहता हू की अगर आपके पास केमेस्ट्री का ज्ञान है केमिकल की जानकारी है तो ही कीजिये नही तो मत किजीये दूसरी बात यह है की भारत मे यह मानसिकता है की बडी मछली अच्छी मछली है l छोटी मछली का भारत मे मार्केट नही है l और अगर आप बड़ी मछली करने के लिये सोचोगे तो खर्चा बढता है l आपको एक बार मुनाफा हो यह मुनासिब नहीं है हर बार होना चाहिए इसका ऐसा है कि जो चीज रिपीट होती है तभी वो तकनीक समज आती है l पुरी जानकारी प्राप्त करने के लिये इस व्हिडीओ https://youtu.be/fI2D2uNgaME का इस्तेमाल करे ।
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